हिंदी को राष्ट्रभाषा किया जाये घोषित


कानपुर। कमिश्नरी बार एसोसिएशन के तत्वाधान में हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित किए जाने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन आज गुरुवार को मंडलायुक्त को दिया गया।



दिनेश चंद्र वर्मा ने कहा कि, विश्व के अधिकांश राष्ट्रों की अपनी अपनी राष्ट्रभाषा है किंतु भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है। हिंदी  को राष्ट्रभाषा घोषित किया जाना चाहिए। वहीं रवींद्र शर्मा एडवोकेट ने कहा कि, स्वाधीनता मिले 72 वर्ष हो चुके है किंतु हमारे राष्ट्र की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है यद्यपि भारत विभिन्न भाषाओं वाला देश है किंतु भारत के अधिकांश भाग में या कहे तो संपूर्ण भारत में हिंदी का सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है भारत की विभिन्न भाषाओं में हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जो भारत सहित तमाम देशों में बोली जाती है विश्व में आज करीब 75 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं और गूगल तक में हिंदी का प्रयोग अत्यधिक बढ़ा हुआ है। ज्ञापन द्वारा प्रधानमंत्री से मांग है कि हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करें। सुभाष चंद्र शर्मा आयुक्त कानपुर मंडल ने ज्ञापन लेने के उपरांत कहा कि, ज्ञापन तत्काल आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रधानमंत्री जी को भेज दिया जाएगा।
इस मौके पर प्रमुख रूप से एस. के. सचान,  बृजपाल सिंह, अश्विनी द्विवेदी, पुष्पेंद्र सिंह तोमर, मोहम्मद फिरोज, शिवम वर्मा, यशू शुक्ला, अनुराग सिंह, अजय अग्निहोत्री, मनीष दुबे, नरवेश कुशवाहा, आनंद गुप्ता, वीरेंद्र सचान, गौरव शर्मा, अचल सिंह, शशांक विश्वकर्मा, ककुआ त्रिपाठी और के के यादव आदि रहे।